समाजसेवी व एनजीओ का सहयोग लेकर दी जाये बेहतर सुविधा : अभिषेक सिंह

औरैया। समाजसेवी व एनजीओ का सहयोग लेकर शेल्टर होम में ठहरे प्रवासी मजदूरों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करायी जाये। यह बात जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने क्वारन्टाइन सेंटर के निरीक्षण के दौरान सम्बंधित उपजिलाधिकारियों को दिए। शनिवार को जिलाधिकारी द्वारा शेल्टर होम में रह रहे श्रमिकों वा कामगारों का हालचाल जानने हेतु कई शेल्टर का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने अजीतमल के शिव शक्ति गेस्ट हाउस क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया, जहां पर उन्होंने उपजिलाधिकारी से वहां रह रहे लोगों के विषय में जानकारी ली जिस पर एसडीएम ने बताया कि इस वक्त गेस्ट हाउस में कुल 8 लोग मौजूद हैं। जिसमें 6 लोग आज ही आए हैं। कल 40 लोगों की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी हो गई थी और उन्हें घर भेज दिया गया था।



शेल्टर होम व कम्युनिटी किचन का निरीक्षण


जिलाधिकारी ने इस दौरान कम्युनिटी किचन का भी निरीक्षण किया जहां उन्होंने निर्देश दिए कि किचन में साफ-सफाई बनाई रखी जाए। जरूरतमंदों को समय से एवं उनकी डाइट के अनुसार भोजन कराया जाए। खाने की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। यदि कोई समाजसेवी या एनजीओ मदद के लिए हाथ बढ़ाता है तो उसका सहयोग लेकर लोगों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए।


जिलाधिकारी द्वारा अनंतराम टोल प्लाजा जाकर बाहर से आ रहे मजदूरों हेतु की गई व्यवस्था का भी जायजा लिया। जहां उन्होंने एसडीएम रमेश यादव को निर्देश दिए कि बाहर से आ रहे मजदूरों को उतरते ही खाने पीने की व्यवस्था की जाए। बच्चों के लिये बिस्कुट आदि की व्यवस्था की जाये।



क्वॉरेंटाइन किये गये लोगों का हो नियमित स्वास्थ्य परीक्षण


उसके बाद जिलाधिकारी द्वारा बिधूना के मानसरोवर गेस्ट हाउस पहुंचे। जानकारी लेने पर एसडीएम राशिद अली खान व क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप ने बताया कि गेस्ट हाउस में इस वक्त 45 लोग ठहरे हुए हैं। जिलाधिकारी ने एसडीएम को निर्देश दिए कि निर्धारित समयावधि के बाद कोरेण्टाइन किये गए लोगों को घर भेजने की व्यवस्था की जाय। साथ ही जिलाधिकारी ने एसडीएम से कहा कि नगर स्तर व ग्राम स्तर पर बनी निगरानी समितियों से बाहर आने वाले व्यक्तियों की सूचना प्राप्त की जाए।



बिना स्क्रीनिंग किसी बाहरी को घर


किसी भी बाहरी व्यक्ति को सीधा घर ना जाने दिया जाये। उसकी स्क्रीनिंग की जाए यदि उसमें कोरोना से सम्बंधित कोई भी लक्षण नहीं मिलते हैं उसी दशा में उसे होम क्वॉरेंटाइन हेतु उसके घर भेजा जाए। होम क्वॉरेंटाइन अवधि के दौरान उसका समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। उन्होंने सभी शेल्टर होम में सोशल डिस्टेंस बनाने, साफ सफाई रखने, मास्क का प्रयोग करने आदि निर्देश दिए गये। निरीक्षण के दौरान संबंधित तहसीलदार व सीओ आदि मौजूद रहे।


रिपोर्ट-अनुपमा सेंग