मंज़िल मिली मुराद मिली और उससे एक रिश्ता मिला......सब कुछ मिला उसे जब खाकी में एक फरिश्ता मिला

एटा। लॉकडाउन के बीच एटा पुलिस की एक सकारात्मक पहल ने नंगे पांव पैदल जा रहे प्रवासी मजदूरों को काफी राहत देने का काम किया। पुलिस नंगे पांव पैदल जा रहे मजदूरों को निःशुल्क चप्पल- जूते व फल आदि मुहैया करा रही है।


किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार,
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार,
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार, जीना इसी का नाम है…...मशहूर नगमानिगार शैलेन्द्र की इन खूबसूरत लाइनों को हकीकत में बदलता हुआ देखर कर मान को खासा सुकून मिला। क्राईम ब्रांच एटा में तैनात इंस्पेक्टर सतीश कुमार यादव ने, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा सुनील कुमार सिंह के निर्देशन में मिरहची बार्डर पर तैनात इंस्पेक्टर सतीश कुमार यादव के साथ मिलकर जरुरतमंदों को खाना आदि उपलब्ध करने के साथ ही नंगे पैर चल रहे प्रवासी मजदूरों को चप्पल पहना रहे है।



बता दें लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने गांव की ओर निकल गए हैं। ऐसे में जनपद एटा की सीमा से गुजरने वाले जरूरतमंद लोगों की एटा पुलिस हर संभव मदद करने की कोशिश कर रही है। प्रदेश भर में लॉकडाउन के बीच दुश्वारियों से आएदिन दो-चार हो रहे मजदूरों में एटा से एक राहत भरी बात देखने को मिली। ऐसे प्रवासी मजदूरों जो भीषण गर्मी में नंगे पांव सड़कों पर यात्रा करते हुए अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। उनके लिए एटा पुलिस ने नई पहल शुरू करते हुए सड़कों पर खाने पीने का जरूरी सामान मुहैया कराने के साथ-साथ उनके लिए चप्पल व जूते उपलब्ध करावा रही है। इसके पूर्व थाना जैथरा व थाना नयागांव पुलिस द्वारा भी प्रवासी मजदूरों को खाना और पहनने को चप्पलें उपलब्ध कराई गई थीं।



गौरतलब हो, कोरोना लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर का पैदल ही घर पहुंचने का सिलसिला जारी है। इस दौरान उन्हें तरह-तरह कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एटा पुलिस कोरोना संक्रमण के दौर में एक अलग ही भूमिका में दिखाई दे रही है। एक ओर जहां यूपी पुलिस लॉकडाउन में वाहनों की चेकिंग, सुरक्षा व्यवस्था और अपराध नियंत्रण का जिम्मा संभाले हुए हैं। वहीं दूसरी ओर प्रवासी मजदूरों को खाने-पीने व जरूरत की चीजें उपलब्ध कराने में भी पूरी लगन से जुटी हुई है।


रिपोर्ट-अनंत मिश्रा