औरैया : इंदौर से गांव लौटे चार में तीन लोग निकले कोरोना पॉजिटिव, डीएम- एसपी ने किया गांव का दौरा

देशभर में फैला कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसारने में जुटा हुआ है, जिससे बचाव में जुटा पूरा प्रशासनिक तंत्र दिनरात एक किये हुए है। बावजूद इसके देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 46,433 हो गई है। जिसमें 32,138 सक्रिय हैं। वहीं अबतक इस बीमारी से 12,727 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और 1,568 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि 40 से ज्यादा दिनों से जारी लॉकडाउन के बाद कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी पड़ गयी है। इस वारयस के फैलने की रफ्तार को कम करने का पूरा श्रेय डॉक्टरों, नर्सों, पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मियों समेत महामारी से बचाव में जुटे अन्य युद्ध वीरों को जाता है।



जिला और पुलिस प्रशासन की सजगता भी कोरोना को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ऐसा ही एक उदाहरण मंगलवार को उ.प्र. के औरैया जनपद में देखने को मिला। जहां बिधूना तहसील अंतर्गत रमपुरा गांव में इंदौर से वापस गांव लौटे 4 में से तीन लोगों में कोरोना की पुष्टि हुयी थी। प्रधानपति और जिला प्रशासन की सजगता से चारों को गांव में घुसने से पहले ही पंचायत भवन में रोक दिया था, बाद में चारों की जाँच रिपोर्ट आने पर तीन लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, जिन्हें समय रहते ही उपचार के लिएअस्पताल भेज दिया गया।



आज जिलाधिकारी अभिषेक मीणा व पुलिस अधीक्षक सुनीति ने रामपुर गांव पहुंचकर प्रधानपति मान सिंह की प्रंशसा करते हुए उनकी सूझबूझ की सराहना की। उन्होंने कहा, आपकी सक्रियता के चलते हुए पूरा गांव इस महामारी से संक्रिमत से बच सका है। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अभी इस महामारी को गांव से हटा नहीं पाएं हैं, इसके लिए आप सभी को प्रशासन के बताये गए नियमों का पालन करना होगा तभी हम इसको पूरी तरह से हरा सकेंगें।


पुलिस अधीक्षक सुनीति ने बताया, सुरक्षा की दृष्टि से गांव व इसके आस-पास एक किलोमीटर के दायरे में आवागमन पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। लोगों की जरूरत का हर सामान यहाँ गांव में ही लोगों को उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए जिम्मेदार अधिकारीयों और कंट्रोल रूम का नंबर गांव में जगह-जगह लिखकर चस्पा करवाने की बात भी कही। इस दौरान उनके साथ क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप, उपजिलाधिकारी राशिद अली समेत डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी भी मौजूद रहे।


रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर