कोई भी शिथिलता नही होगी क्षम्य : शुभ्रा

रायबरेली। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा है कि लॉकडाउन के तहत अनावश्यक घुमने वालों पर कड़ी कार्यवाही करें जरूरतमंदों की हर स्तर पर मद्द की जाये शहर से ग्रामीण क्षेत्रों तक पूरी तरह से सर्तकता बरती जाये और जनसामान्य को घरों में रहने की हिदायत व समाजिक दूरी बनाये रखे। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी से निपटने हेतु सभी आवश्यक कदम उठा रही है, तथा लाक डाउन चल रहा है।



जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि व सामाजिक दूरी बनाते हुए लाक डाउन को उद्देश्य सक्रमण को फैलने रोकने के साथ ही कोरोना वायरस की चैन को तोड़ना है। संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा पूरे सम्पूर्ण भारत में लाक डाउन किया गया है तथा कोरोना वायरस को रोकने के लिए सभी आमजन मानस को घरों से बाहर नही निकला है। उन्होंने समस्त एसडीएम को निर्देश दिये है कि जो लोग विभिन्न जनपदों में आयोजित जमातों में शामिल हुए है यदि कोई छुट गया है तो उसे खोज कर जनपद में है उन्हें तत्काल नगर में बने क्वारंटीन केन्द्र व आश्रय स्थलों में लाकर उन्हें मूलभूत आवश्यक सुविधाए देते हुए क्वॉरेंटाइन करें। क्वारंटाइन में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन स्थलों पर विशेष निगरानी रखते हुए उन लोगों जागरूक करे कि व उनके व उनके परिवार, समाज व देश हित के लिए है क्वारंटीन के लिए अपना पूरा सहयोग करे। शहर व ग्रामीण क्षेत्रो तक जो आश्रय स्थल बने हुए है उनमें किसी भी प्रकार की कोई कमी न रहे। इसके अलावा आमजनमानस को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराने के लिए प्रेरित करें।


जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि शहरी व ग्रामीण इलाको में 102 क्वारंटाइन केन्द्र स्थापित है जिसमें 16758 लोगों को रखा जा सकता है। अबतक 628 रोके गये है। जांच रिपोर्ट प्राप्त न होने के कारण व चिकित्सय देख-रेख में रखे जाते है। क्वारंटाइन होम में रोके गये व्यक्तियों को भोजन बिस्तर, साबुन इत्यादि आवश्यक सुविधाए उपलब्ध कराई गई है। इन स्थानों की नियमित रूप से साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। विगत दिनों शेल्टर होम में रोके गये व्यक्तियों में से 1046 व्यक्तियों को होम क्वारंटीन में रहने के निर्देश के साथ उनके घरों को भिजवाया गया। अभी तक कुल 12165 व्यक्तियों को होम क्वारंटीन में रहने के निर्देश के साथ उनके घरों को भिजवाया जा चुका है। निराश्रित असहाय दिव्यांग जन व भिक्षुकों एवं श्रमिको हेतु 51 सरकारी कम्युनिटी किचन जिसमें नगर में 9 ग्रामीण क्षेत्रों में 42 संचालित है। गैर सरकारी व स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा संचालित 20 किचन कुल 71 किचन संचालित है। जिसमें सरकारी कम्युनिटी किचन माध्यम से प्रतिदिन 5168 व्यक्तियों को  पैकेेेट व गैस सरकारी के माध्यम से प्रतिदिन 5285 व्यक्तियों को भोजन मुहैया कराया जा रहा है। 10453 लोगों भोजन या पैकेट मुहैया कराया जाता है। अबतक कुल लोगों को 256201 व्यक्तियों को भोजन एवं 3290 परिवारों को राशन सामग्री के पैकेट उपलब्ध कराये गये है। गौशाला एवं निराश्रित पशुओं के लिए जनपद में 42 गौशालाओं जिसमें 6443 पशु है जिन्हे हरा चारा, भूसा, चूनी रोटी आदि दिया जा रहा है। इसके अलावा सड़कों पर घुमने वाले निराश्रित पशु कुत्ते, घोड़ा, गधा पशु चिकित्साधिकारी द्वारा भोजन मुहैया करवाया जा रहा है। जनपद में राशन कार्ड धारकों को युद्ध स्तर पर राशन मुहैया करवाया जा रहा है।


जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये कि लॉकडाउन की स्थिति में कोटेदार की दुकानों को जनता बाजार में तबदील किया गया है। जहां पर आवश्यक सामाग्री उपलब्ध है जो आमजनमानस आवश्यक सामग्री की सूची जनता में चस्पा के निर्देश है लोगों आवश्यक सामग्री को उसी दर के अनुरूप खरीदारी करें यदि कोई सूची से अधिक या निर्धारित दरों से अधिक कोई कोटेदार दर से अधिक पैसे लेता है तो उसके शिकायत करें। कोई आमजन अनावश्यक रूप से बाहर न निकले उनको खाद्यान्न, दूध, सब्जी दैनिक उपभोग की वस्तुओं को नियमित आपूर्ति हेतु 209 प्राविजन स्टोर को पास निर्गत किये गये है जिसके माध्यम से डोर-टू-डोर उपभोक्ताओं को सामग्री पहुचाई जा रही है। सब्जियों एवं फलों की आपूर्ति हेतु 107 छोटे वाहन एवं 135 हत्थुठेलाओं कुल 242 पास निर्गत किये गये है जिसके माध्यम से सब्जियां व फल उपभोक्ताओं को निगत किये जा रहे है। इसी प्रकार दूध की आपूर्ति के लिए 59 पास व 25 दूधियों को भी पास जारी किये गये है। ताकि दूध आदि सामग्री को घर-घर पहुचा सके। अबतक लगभग 22100 लीटर दूध का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने निर्देश दिये है कि कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाये।


रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्र