सर्दियों में दांतोें के दर्द होंगे छूमंतर, ऐसे रखें ख्याल...

कई लोगों को ठंड के मौसम में दांत दर्द की परेशानी से जूझना पड़ता है। सर्दियों में पानी ठंडा रहता है, लेकिन चाय-कॉफी समेत कई चीजें हम गरम खाते-पीते हैं। इस कारण सामान्य पानी से भी कुल्ला करने या पीते समय दातों में दर्द होता है। यह कमजोर दांतों की निशानी है। इसका मतलब यह है कि दांतों की पकड़ करने वालीं कोशिकाएं कमजोर पड़ रही हैं। एम्स के डॉ.आयुष पांडे के अनुसार, सर्दियों में दांतों में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। दांतों में बैक्टीरियल संक्रमण के कारण पस हो सकता है। यदि उचित देखभाल न की जाए तो दांत हमेशा के लिए खराब भी हो सकते हैं-



कड़ाके की ठंड दांतों पर ऐसे डालती है असर-
कड़ाके की सर्दी का असर दांतों पर भी होता है। इस मौसम में दांतों पर से सुरक्षा कवच एनामल हट जाता है। यह दांतों के ऊपर की एक परत होती है जो हट जाती है। एनामिल की परत हटने के कई कई कारण हो सकते हैं जैसे- दांत में कीड़ा लगना, दांत घिस जाना, गलत तरीके से ब्रश करना, मसूड़े कमजोर होना। नतीजन, सर्दी के मौसम में कोई भी गरम चीज खाने और ठंडा पानी पीने से दांतों में दर्द शुरू हो जाता है। कभी-कभी यह दर्द असहसनीय हो जाता है।


एसिडिटी-
पाचन संबंधी समस्याएं और एसिडिटी भी दांतों में ठंडा गरम लगने का एक बड़ा कारण है। एसिडिटी होने पर पेट में मौजूद एसिड खट्टे पानी के रूप में मुंह में आता है। इससे दांतों के ऊपर मौजूद कैल्शियम की परत का एसिड से संपर्क होता है यह परत गलने लगती है। इस कारण दांत कमजोर होते हैं और ठंडा या गर्म खाने-पीने से सरसहाहट पैदा करते हैं।


सर्दियों में दांतों के दर्ज से बचाने के उपाय-
ठंडा पानी पीने से बचें। तापमान कम होने के कारण सामान्य पानी भी बहुत ठंडा लगता है इसलिए गुनगुना पानी पिएं। ज्यादा गर्म खाना न खाएं। दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें। अपने ब्रश करने के तरीके पर ध्यान दें। यह भी दांत दर्द का कारण हो सकता है। कम के कम तीन मिनट तक ब्रश जरूर करें। जहां तक संभव हो, मीठा खाने के बाद दांत साफ करें। नर्म ब्रश चुनें। कड़क ब्रिसल्स से दांत घिसने लगते हैं। गर्म चाय या दूध पीने से पचें।


चाय-
कॉफी के साथ ही सिगरेट, तंबाकू व अन्य नशीले पदार्थों का सेवन बंद कर दें। यही समस्या बनी हुई है तो एक्सपर्ट से मिलें और उनकी सलाह के मुताबिक विशेष प्रकार के पेस्ट से दांतों और मसूड़ों की मालिश करें।


सलाह दी जाती है कि हर 6 महीने में दांतों की जांच जरूर करवाना चाहिए। समय रहते कैविटी का पता चल जाता है, जिससे डैंट्रस्ट्री की जरूरत नहीं होगी। दांतों में दर्द के से छुटकारा पाने के लिए फिटकरी के पाउडर दर्द वाली जगह पर लगाएं। ऐसा करने से आपको दांत के दर्द से राहत मिलेगी। अगर आपको भी दांतों में दर्द हो रहा है तो आप नीम की पत्तियां चबाएं या फिर नीम के तेल को दर्द वाले स्थान पर लगाएं।