देश से नीरव मोदी-विजय माल्या जैसे करीब 50 से अधिक भगोड़े पैसे लेकर भाग गए है। इन भगोड़ों ने देश के 17,900 करोड़ रुपये का नुकसान किया है। सरकार ने इसकी जानकारी सदन में दिया है। भारत सरकार ने बताया कि देश छोड़कर भागने वाले 51 लोगों ने 17,900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
अनुराग ठाकुर से पूछा गया था कि इन घटनाओं में कितनी रियायतें दी गई थीं या लोन माफ किए गए थे। इस पर उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई ने सक्षम न्यायालयों में इन मामलों के संबंध में आवेदन दायर किए और जांच अथवा दूसरी कार्रवाई जारी है। ठाकुर ने कहा कि सीबीआई, घोषित अपराधियों और फरार लोगों के संबंध में 51 प्रत्यर्पण अनुरोधों पर काम कर रही है जो विभिन्न चरणों में लंबित हैं।
अन्य केंद्रीय एजेंसियों के बारे में बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने बताया कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड और सीमा शुल्क विभाग (सीबीआईसी) ने छह भगोड़े आर्थिक अपराधियों के बारे में रिपोर्ट की है जो अवैध रूप से देश छोड़ गए हैं।
ठाकुर ने कहा, ''प्रवर्तन निदेशालय ने भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 के तहत सक्षम अदालत में 10 व्यक्तियों के खिलाफ आवेदन दायर किये हैं। आठ व्यक्तियों के लिए प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भेजे गए प्रत्यर्पण अनुरोधों के संबंध में, इंटरपोल द्वारा रेड-कॉर्नर नोटिस भी प्रकाशित किए गए हैं।'' बता दें कि केंद्र सरकार लंबे समय से विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों की वजह से विपक्ष के निशाने पर है।