डीएम ने जीवित महिला को मृतक दिखाने वाले लेखपाल के खिलाफ दिये कार्यवाई के निर्देश
रायबरेली। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने तहसील महाराजगंज में जिला स्तरीय तहसील समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्राम प्रधानों की जांचो सहित जितनी जांचे जिस स्तर पर लम्बित है, उन्हें तीन दिन के अन्दर जांच करने की कार्यवाही करें।

 

इसके अलावा आईजीआरएस, तहसील समाधान दिवस, जनसुनवाई आदि के लम्बित प्रकरणों को भी समयबद्ध, गुणवत्ता एवं मानक के अनुरूप निस्तारण करें। जिलाधिकारी ने गन्ना अधिकारी, कृषि अधिकारी आदि सहित एसडीएम को निर्देश दिये कि कोई भी किसान धान की पराली की तरह गन्ने की पराली को भी किसी भी तरह से खेतों में न जलाया जाये बल्कि उसे खेतों में ही सड़ाकर खाद्य के रूप में प्रयोग किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि पराली, कुड़ा आदि जलाना सरकार द्वारा प्रतिबन्धित कर दिया गया है।

 

यदि कोई भी पराली या कुड़ा जलाते हुए पकड़ा जाता है तो उसे दण्ड के साथ सजा का प्रविधान भी है। धान की पराली जलाये जाने पर जनपद में 26 लोगों के विरूद्ध के एफआईआर दर्ज करा दी गई है। उन्होंने तहसील समाधान दिवस पर फरियादियों की समस्याओं को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को तत्काल समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिये।



जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने बछरावा विकास खण्ड के ग्राम रामपाल खेड़ा मजरे मन्नावा की एक  महिला फरियादी ने फरियाद जिसमें महिला जीवित है महिला के जीवित रहते हुए उसे मृतक दिखाकर उसकी भूमि किसी अन्य के नाम पर दर्ज कर दिया गया। जिलाधिकारी ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए लेखपाल के विरूद्ध पुलिस अधीक्षक व तहसीलदार को निर्देश दिये कि तत्काल धोखाधड़ी, अपने पद का दुरूपयोग करते हुए वरासत के मामले में गलत कार्यवाही आदि को आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत तत्काल प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही करें। पुरासी ग्राम किनारे बने आदर्श तालाब के किनारे लगे 20 हरे पेड़ काटने की शिकायत के लिए बीडीओं बछरावां को सम्बन्धित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि किसी भी दशा में अतिक्रमण, सरकारी सम्पत्ति के नुकासन, वरासत के प्रकरणों, पराली जलाये जाने आदि को गम्भीरता से लिया जाये।

 

सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर विधायक राम नरेश रावत, पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई, मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. शरद कुमार वर्मा, एसडीएम विनय कुमार सिंह, तहसीलदार विनोद, एडी सूचना प्रमोद कुमार, परियोजना निदेशक प्रेमचन्द्र पटेल, डीसी मनरेगा पवन कुमार, डीपीओ, डीएसओ, बीएसए, डीआईओएस, सीवीओ, युवा कल्याण अधिकारी आदि जिलास्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

 

रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा