बंद कमरें में अंगीठी जलाकर सोए दो बेटों को पिता ने जब उठकर देखा तो उड़े होश!

बंद कमरों में अंगीठी जलाकर सोए दो किशोर समेत तीन लोगों की मौत हो गई। दिल्ली के दो अलग-अलग इलाकों की ये घटनाएं सोमवार रात की हैं। वहीं 12 साल के बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। पहली घटना मुखर्जी नगर की है, जहां संतोष कुमार अपने परिवार के साथ इंदिरा विकास कॉलोनी में रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी, माता-पिता के अलावा 13 साल का बेटा प्रदीप और 12 साल का निशांत हैं। सोमवार रात दोनों बेटे अंगीठी जलाकर कमरे में सोए थे। सुबह संतोष ने बेटों को बेहोश देखा तो बाड़ा हिंदु राव अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्रदीप की मौत हो गई, जबकि निशांत की हालत गंभीर बनी है।



वहीं, बेगमपुर के सेक्टर 20 में सैलून में सो रहे किशोर सहित दो लोगों की मौत हो गई। 42 साल के अख्तर का सेक्टर 20 में सैलून है। वह मुरादाबाद के रहने वाले थे। एक माह पहले उनके गांव का ही 15 साल का कासिम कटिंग का काम सीखने दिल्ली आया था। दोनों रात को काम खत्म करने के बाद अंगीठी जलाकर दुकान में ही सो गए। दम घुटने से दोनों की मौत हो गई।


इसके अलावा बिहार के नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के मितमा गांव में एक घर के भीतर अंगीठी से निकले धुएं के कारण दम घुटने से भाई बहन की मौत हो गयी। पुलिस अधीक्षक नीलेश कुमार ने बताया कि मृतकों की पहचान स्नेहा (7) और अभिनन्दन (9) के रुप में हुई है। उन्होंने दोनों की दम घुटने से मौत होने की आशंका जताते हुए कहा कि मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए शवों को पोस्टमार्टम के वास्ते जिला सदर अस्पताल भेज दिया गया है।