उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने की कवायद शुरू

लखनऊ। प्रदेश में कांग्रेस की संगठन को जिलेवार मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश को मुख्य रूप पूर्वी व पश्चिमी जोन में बांटकर उपाध्यक्ष स्तर के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। इन दोनों जोन को भी तीन-तीन जोन में बांटकर उसकी जिम्मेदारी महासचिव स्तर के पदाधिकारियों को सौंपी गई है। पूर्वी जोन को अवध, पूर्वांचल और बुंदेलखंड में बांटा गया है, जबकि पश्चिमी जोन को आगरा, मेरठ, बरेली और देवीपाटन जोन में बांटा गया है। हर जोन में शामिल जिलों के लिए भी सचिव स्तर के पदाधिकारी को जिलेवार प्रभारी बनाया गया है।


प्रदेश अध्यक्ष ने पूर्वी जोन की जिम्मेदारी प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेन्द्र चैधरी को सौंपी है। इनकी मदद के लिए अवध जोन में संगठन का काम देखने का जिम्मा महासचिव राकेश सचान को दिया गया है। सचान अपने जोन में आने वाले लखनऊ, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, उन्नाव, भदोही, बाराबंकी, अयोध्या, प्रयागराज, हरदोई, अमेठी व रायबरेली में संगठन का काम देखेंगे।



पूर्वांचल जोन में शामिल बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, वाराणसी, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, बलिया, सोनभद्र, मिर्जापुर, देवरिया व कुशीनगर का काम महासचिव विश्व विजय सिंह को सौंपा गया है। इसी तरह बुंदेलखंड जोन की जिम्मेदारी महासचिव ध्रव राम जोशी संभालेंगे। इस जोन में ललितपुर, जालौन, झांसी, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, फतेहपुर व बांदा को रखा गया है।


पश्चिमी जोन की जिम्मेदारी उपाध्यक्ष पंकज मलिक संभालेंगे। इस जोन को भी तीन भागों आगरा, बरेली व मेरठ जोन में बांटा गया है। आगरा जोन के संगठन का काम महासचिव योगेश दीक्षित देखेगे। इस जोन में मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, इटावा, हाथरस, आगरा, कासगंज, कानपुर व कानपुर देहात, कन्नौज, औरैया, फर्रूखाबाद व मैनपुरी को रखा गया है।


मेरठ जोन का प्रभारी महासचिव वीरेन्द्र सिंह गुड्डू को बनाया गया है। इस जोन में गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, अलीगढ़, सहारनपुर, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली व बागपत को शामिल किया गया है। बरेली और देवीपाटन जोन की संयुक्त जिम्मेदारी युसुफ अली तुर्क को सौंपी गई है। इन दोनों जोन में श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा, बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, बलरामपुर, पीलीभीत, बदायूं, सीतापुर व लखीमपुर को शामिल किया गया है। इसके अलावा फ्रंटल संगठनों की जिम्मेदारी ललितेश पति त्रिपाठी और दीपक कुमार को सौंपी गई है।