कोषागार में सरकार व अधिकारियों के निर्देश ठेंगे पर

रायबरेली। निजाम बदल गए मगर जनपद में अभी भी कुछ कर्मचारी ऐसे हैं जो योगी राज में भी आम जनता के कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देशों का अपनी आदत के अनुसार माखौल उड़ा रहे हैं।  कोषागार रायबरेली में पेंशन काउंटर नम्बर चार पर सहायक रोकड़िया पद पर तैनात गुरुप्रसाद अपने कार्य के लिए आये लोगों के कार्यों में टालमटोल करते हैं और उनके साथ अभद्रता करते हैं। नाम न छापने की शर्त पर उनके काउंटर पर कार्य के लिए आये लोगों ने बताया कि गुरुप्रसाद कार्य करने के नाम पर रुपयों की माँग करते हैं, न देने पर कार्य को यह कहकर टालते हैं कि बाद में आना अभी मुझे फुर्सत नहीं है। 



30-40 किमी की दूरी से अपने कार्य के लिए आने वाले लोगों के लिए यह स्थिति बड़ी कष्टप्रद है। कार्य के लिए नियत समय में गुरुप्रसाद अपनी कुर्सी से गायब रहते हैं। कार्य के नियत समय पर उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर लोगों ने बताया कि जब उनकी इस कार्यशैली का विरोध किया जाता है तो वह कहते हैं कि जाओ चाहे योगी, मोदी से शिकायत कर दो या डीएम से मेरे ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं किसी से नहीं डरता। मैं अपनी मर्जी से ही काम करता हूँ और करता रहूंगा।ज्यादा से ज्यादा मेरा पटल बदल जायेगा या तबादला करेंगे, इससे ज्यादा कोई भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। 


दबी जबान में अन्य कर्मियों ने भी बताया कि गुरुप्रसाद का रवैया बेहद बिगड़ैल व गुस्सेवाला है।  भ्रष्टाचार और अपराध पर कठोर कार्यवाही के कारण आम जन में लोकप्रिय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी गुरु प्रसाद द्वारा खुलेआम अभद्र गालियाँ और टिप्पणियाँ करने को लेकर आम जनता में बेहद आक्रोश व्याप्त है। अब देखना है कि जनता के कार्यों में टालमटोल करने वाले इस बिगड़ैल और निरंकुश कार्यशैली वाले कर्मचारी के विरुद्ध आलाधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं।


रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा