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शोधकर्ताओं के अनुसार एंटीऑक्सीडेंट (ऑक्सीरणरोधी) की पूरक खुराक लेने से पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायता नहीं मिलती है। कारण जो भी हो जी हां लेकिन आपको बतादें की, इससे पहले एंटीऑक्सीडेंट को शुक्राणु की गुणवत्ता सुधारने में सहायक माना जाता था।



आपको बताते चले की शोध के लेखकों के अनुसार, शुक्राणुजनन (परिपक्व शुक्राणु का विकास व उत्पादन) व इसके परिवहन में करीब 74 दिनों का समय लगता है। लेकिन, शुक्राणुजनन की अपेक्षा प्रतिक्रियाजनक ऑक्सीजन प्रजातियों का छोटे शुक्राणुओं के परिवहन पर बड़ा नकारात्मक असर पड़ता है।


अमेरिका के चेपेल हिल के उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एनी स्टेनिर ने कहा, परिणाम स्वाभाविक रूप से गर्भधारण की कोशिश करने वाले जोड़ों में पुरुष बाझपन कारकों में एंटीऑक्सीडेंट उपचार के प्रायोगिक इस्तेमाल का समर्थन नहीं करते हैं। शोध दल ने 174 दंपत्तियों पर परीक्षण किया, जिसमें पुरुष साझीदारों ने एंटीऑक्सीडेंट पूरक आहार का रोजाना इस्तेमाल किया।