अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु पधारे 74 देशों के मुख्य न्यायाधीशों व हस्तियों ने किया ताजमहल का दीदार

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में 8 से 12 नवम्बर तक आयोजित होने वाले 'विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 20वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन' में प्रतिभाग हेतु पधारे 74 देशों के 285 मुख्य न्यायाधीशों, कानूनविदों व प्रख्यात हस्तियों ने आगरा जाकर विश्व प्रसिद्ध ताजमहल व अन्य ऐतिहासिक इमारतों का दीदार किया एवं भारत की सांस्कृतिक विरासत का सराहा। इस ऐतिहासिक सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों से पधारे ये सभी गणमान्य अतिथि नई दिल्ली में एकत्रित हुए और वहीं से आगरा के लिए रवाना हुए। विदित हो कि 'भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51' पर आधारित 'विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 20वां अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन' 8 से 12 नवम्बर तक सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। 



जिसमें विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 74 देशों के 285 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् प्रतिभाग कर रहे हैं। सीएमएस के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि ताजमहल समेत अन्य ऐतिहासिक इमारतों के अवलोकन के उपरान्त ये सभी गणमान्य अतिथि वापस नई दिल्ली रवाना हो गये, जहां राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा, नई दिल्ली द्वारा सभी सम्मानित अतिथियों के लिए स्वागत समारोह एवं रात्रिभोज का आयोजन किया गया।
 
श्री शर्मा ने बताया कि कल 7 नवम्बर, वृहस्पतिवार को प्रातः 10.30 बजे ये सभी नामचीन हस्तियां नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि 'राजघाट' जाकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं अपरान्हः 12.30 बजे से नई दिल्ली स्थित कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। भारत सरकार के रेलमंत्री पियूष गोयल इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। इसके उपरान्त, ये सभी गणमान्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात हेतु राष्ट्रपति भवन जायेंगे। 8 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियां नई दिल्ली से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे एवं प्रातः 10.10 बजे अमौसी एअरपोर्ट पर पधारेंगे, जहां इन प्रख्यात हस्तियों का लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया जायेगा।
 
श्री शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिभागी देशों में अफगानिस्तान, अल्जीरिया, अंगोला, आर्मेनिया, अजरबैजान, बांग्लादेश, बारबडोस, बेनिन, भूटान, बोलिविया, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्राजील, बुर्कीना फासो, बुरूण्डी, कैमरून, कम्बोडिया, केप वर्डे, सेन्ट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, कोमोरोस, क्रोएशिया, कांगो, जिबूती, इक्वाडोर, इजिप्ट, इक्वाटोरियल गुनिया, इरीटिया, इश्वातिनी (स्वाजीलैण्ड), फिजी, जर्मनी, घाना, ग्वाटेमाला, गिनिया बिसाऊ, गुयाना, हैती, इजराइल, जमैका, जापान, किर्गिज रिपब्लिक, लेबनान, लेसोथो, लीबिया, मेडागास्कर, मलावी, माॅरीशस, मंगोलिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, म्यांमार, नेपाल, नीदरलैण्ड, पेरू, फिलीपीन्स, मैसीडोनिया, सहरावी अरब डेमोक्रेटिक रिपब्लिक, सेनेगल, सर्बिया, स्लोवेनिया, सोमालिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, साउथ सूडान, सूडान, सूरीनाम, तंजानिया, थाईलैण्ड, टोगो, त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो, टक्र्स एण्ड काईकाॅज आइसलैण्ड, युगांडा, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, जाम्बिया एवं भारत प्रमुख हैं।