अधिकारी टीम भावना व पूरे मनोयोग से करे कार्य : आनंदीबेन
रायबरेली। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने महिला थाना में रजिस्टर को देखा तथा कम्प्यूटर रूम, महिला हवालात आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला थाना प्रभारी को निर्देश दिये कि अभिलेखों को रिकार्ड कम्प्यूटर में अपलोड कराकर सुरक्षित करें। इसके दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं के साथ महिला थाना में चौपाल लगाकर बच्चों से महिला थाने की जानकारी के साथ ही बालिका सुरक्षा अभियान के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने महिला थाना प्रभारी संतोष सिंह को निर्देश दिये कि वह पुलिस भर्ती प्रक्रिया, महिला बालिका सुरक्षा, रिपोर्ट कैसे दर्ज कराये, डायल 112, 1090 आदि की भी विस्तार से जानकारी देने के निर्देश दिये जिस पर महिला थाना प्रभारी ने बच्चों को विस्तार से जानकारी दी। इसी दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आये हुए सभी बच्चों को सेब, केला फल वितरित किया।

 

महामहिम राज्यपाल ने सर्किट हाउस में स्वयं सेवी संस्थाओं एवं स्कूल के प्रधानाचार्यो आदि को पढ़े रायबरेली आयोजित कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं, युवाओं को पढ़ने के प्रति रूची बढ़ाने के निर्देश देने के साथ ही स्वयं भी पुस्तक पढ़े। इसके अलावा उन्होंने जनपद में 200 क्षय रोग से पीडि़त जनों को गोद लेकर उनसे दोस्ताना व्यवहार बनाकर उनकी सेवा करें तथा उनके चहरों पर मुस्कान लाये। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व का सपना है कि 2030 में पूरे विश्व को टीबी रोग से मुक्त बनाना है जिस पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है कि देश में लगभग 130 करोड़ जनता एनजीओं, टीचर आदि है। सभी के सहयोग से 2025 में ही भारत को क्षय रोग से मुक्त करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस 26 नवम्बर व संविधान शिल्पी बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी के जन्म दिवस तक सभी को अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों को पूर्ति करने के साथ ही देश में भाईचारा राष्ट्रीय एकता अखण्डता को अधिक बढ़ावा देना है भी बनाया जा रहा है। आईएएस पीसीएस, प्रधानाचार्य अध्यापक आदि सभी सामान्य जन है सभी लोग मानवीय दृष्टि से छोटे से छोटा कार्य करने में संकोच नही करना चाहिए इसे समाज में एक नया संदेश जायेगा। उन्होंने अधिकारियों व स्वयसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की तथा केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में विभिन्न विभागों द्वारा किये गये अलग-अलग कार्यक्रमों की विधिवत जानकारी दी और समीक्षा भी की।


राज्यपाल आनन्दीबेन ने अधिकारियों से कहा कि पूरे मनोयोग के साथ कार्य करे जहां कुछ दिक्कते आ भी रही हो तो अपने उच्चाधिकारियों से वार्ता कर उसका निस्तारण सुनिश्चित करें। बिजली के सम्बन्ध में राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि गांव में उजाला फैलाने के लिए ही मात्र बिजली का प्रयोग न करे बिजली के माध्यम से लघु उद्योग स्थापित कर रोजगार परक बने जबकि बैंक के जिला अग्रणीय अधिकारी से कहा कि सरकार द्वारा जिन योजनाओं के माध्यम से ऋण दिये गये है जिन जिन उद्देश्य को लेकर उद्यम स्थापित करने हेतु ऋण लिया है उनकी समय समय पर समीक्षा करना भी सुनिश्चित करे जिससे उद्यम की स्थिति का आकलन हो सकेगा और समय पर बैंकों को ऋण का पैसा वापस देने में आसानी होगी। 

 

राज्यपाल ने प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री उज्जला योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना, मुख्यमंत्री किसान एवं सर्वहित बीमा योजन आदि योजनाओं को अधिक से अधिक लाभार्थियों को लाभांवति करने के निर्देश दिये। वहीं जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने राज्यपाल के निर्देशों के तहत सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो निर्देश दिये गये है उसे शत प्रतिशत पूरे मनोयोग के साथ पालन करना सुनिश्चित करे। 

 

इस मौके पर जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना, पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई, मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रेम प्रकाश उपाध्याय, नगर मजिस्ट्रेट युगराज सिंह, सीएमओं शरद कुमार वर्मा, जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. शम्स रिजवान, परिवार कल्याण जनसेवा संस्थान डॉ. बीपी शर्मा, बन्दना श्रीवास्तव, डॉ. मनीश श्रीवास्तव, नवोदय के प्रधानाचार्य डॉ. अमरनाथ राय, एसडीएम सदर शशांक त्रिपाठी, तहसीलदार अमिता यादव, नगर मजिस्ट्रेट युगराज सिंह, एडी सूचना प्रमोद कुमार आदि संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।