इस कोर्स के जरिये अपने सपनों को दे नई उड़ान

देश के प्रतिष्ठित संस्थान राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान डिजाइनिंग संबंधी कई कोर्स संचालित करता है। इन कोर्सेस में दाखिला लेकर छात्र न सिर्फ अपने सपनों को उड़ान दे सकते हैं, बल्कि सफलता की नई कहानी भी लिख सकते हैं। आज हम आपको राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान में संचालित विभिन्न कोर्स की जानकारी दे रहे हैं−



बैचलर ऑफ डिजाइन बी. डेस
यह चार वर्षीय पाठ्यक्रम है जो आठ विषयों में उपलब्ध है। 12वीं स्तर के 20 वर्षीय विद्यार्थी इन कोर्सेस में दाखिला ले सकते हैं। जो कुछ इस प्रकार है−


एनीमेशन फिल्म डिजाइन
कम्युनिकेशन डिजाइन से संबंधित इस कोर्स की अवधि करीबन चार वर्ष की होती है और इसमें महज 15 सीटें ही एनआईडी में उपलब्ध होती हैं। इस कोर्स को करने के बाद छात्र विभिन्न टीवी चैनल में एनिमेटर, करैक्टर डिजाइनर, स्टोरी बोर्ड आर्टिस्ट, क्रिएटिव डायरेक्टर, प्रोडूसर, कंसलटेंट आदि के रूप में काम कर सकते हैं या फिर खुद का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।

सिरामिक एवं ग्लास डिजाइन
सिरामिक एवं ग्लास डिजाइन कला और रचनात्मकता के क्षेत्रों में शिल्प, वास्तु, चिकित्सा, सत्कार, सज्जा उत्पादों आदि शैलियों में कार्यात्मक सम्भावनायें भी प्रदान करता है। एनआईडी का यह विभाग भारतीय कला और शिल्प से प्रेरणा लेता है और छात्रों को भविष्य में बड़े पैमाने पर उत्पादन और नयी तकनीकों की क्षमता को समझने में मदद करता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र एन.जी.ओ., डिजाइन स्टूडियो, शिल्प उद्योग में भी रोजगार के अवसर ढूंढ सकते हैं या खुद का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।


एक्सबिशन डिजाइन
कम्युनिकेशन डिजाइन से संबंधित इस कोर्स की अवधि चार वर्ष है। इस कोर्स के दौरान छात्रों में ऐसी समझ का विकास किया जाता है, जिससे खुले और निर्मित स्थानों में संचार के लिए सही परिवेश की स्थापना हो सके। इसके साथ ही ऐसे अनुभवों का निर्माण हो सके जिनके समर्थन से दर्शकों के समक्ष विचारों की व्याख्या हो सके।


फिल्म व वीडियो कम्युनिकेशन
फिल्म व वीडियो कम्युनिकेशन कोर्स के तहत छात्रों को छोटी एजुकेशनल, कल्चरल, सोशल, एंटरटेनिंग व मार्केट कम्युनिकेशन संबंधी शार्ट फिल्में बनाने करने के लिए तैयार किया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र ऑडियो−विजुअल कम्युनिकेशन के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। ऐसे छात्रों के लिए एड एजेंसी, फिल्म प्रॉडक्शन हाउस, टीवी चैनल्स व अन्य कई सरकारी क्षेत्रों व एनजीओ के रास्ते हमेशा खुले रहते हैं।


फर्नीचर डिजाइन
फर्नीचर डिजाइन भी वास्तव में एक कला है और इस कला की पूरी जानकारी एनआईडी के चार वर्षीय फर्नीचर डिजाइन कोर्स से प्राप्त होती है। कोर्स में विभिन्न प्रकार के मैटीरियल, उनके इस्तेमाल और क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करके कुछ नया बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।

ग्राफिक डिजाइन
पिछले कुछ समय से ग्राफिक डिजाइनर की मांग काफी बढ़ी है। ऑनलाइन से लेकर ऑफलाइन तक लोग ग्राफिक्स का सहारा लेने लगे हैं। इसके जरिए चीजों को आसानी से समझा जा सकता है और यही कारण है कि यह कोर्स छात्रों के बीच खासा पसंद किया जाता है।

प्रॉडक्ट डिजाइन
प्रॉडक्ट डिजाइन उन वस्तुओं की रचना करना है, जो लोगों के लिए फायदेमंद है। वस्तुए बड़ी व्यवस्था का मुख्य अंश होती है। कोर्स के दौरान प्रोजेक्ट्स का मुख्य केंद्र उपयोगकर्ताओं की जरूरत, उत्पाद और आर्थिक प्रभाव के लिए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज पर रहता है।


टेक्सटाइल डिजाइन
टेक्सटाइल डिजाइन के कोर्स के तहत छात्रों के भीतर कपड़ा अथवा टेक्सटाइल की समझ का ज्ञान विकसित किया जाता है। इस कोर्स की अवधि चार वर्ष है।

जीडीजीपी (ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम इन डिजाइन)
4 वर्ष का यह कोर्स विजयवाड़ा और कुरुक्षेत्र में उपलब्ध है। इसमें छात्रों का 12वीं पास होना आवश्यक है और उम्मीदवार की आयु 20 से अधिक न होनी चाहिए।

स्नातकोत्तर डिजाइन (एम.डेस.)
किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री प्राप्त छात्र इस कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। 2.5 वर्ष की अवधि का यह कोर्स अहमदाबाद, बेंगलुरु और गांधीनगर कैंपसों में उपलब्ध है। इन कोर्सेस में दाखिला लेने वाले आवेदक की आयु 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह कोर्स लगभग 19 विषयों में उपलब्ध है, जो इस प्रकार है−

ऐनीमेशन फिल्म डिजाइन
अपैरल डिजाइन
सिरामिक व ग्लास डिजाइन
डिजाइन फॉर रिटेल एक्सपीरियंस
डिजिटल गेम डिजाइन
फिल्म व वीडियो कम्यूनिकेशन डिजाइन
फर्निचर डिजाइन
ग्राफिक डिजाइन
इन्फोरमेशन डिजाइन
इंटरैक्शन डिजाइन
लाइफस्टाइल ऐक्सेसरी डिजाइन
न्यू मीडिया डिजाइन
फोटोग्राफी डिजाइन
प्रोडक्ट डिजाइन
स्ट्रैटिजिक डिजाइन प्रबंधन
टेक्सटाइल डिजाइन
टॉय ऐंड गेम डिजाइन
ट्रांसपोर्टटेशन व ऑटोमोबाइल डिजाइन
यूनिवर्सल डिजाइन