हर किसी की सोच अलग अलग : हेमा मालिनी


मथुरा। भाजपा सांसद और लोकसभा चुनाव की उम्मीदवार हेमा मालिनी (Hema Malini) ने मेनका गांधी के विवादास्पद बयान पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि, हर किसी की सोच अलग अलग होती किसने हमें वोट दिया और किसने नहीं इससे फर्क नहीं पड़ता है।" गौरतलब हो कि हेमा मालिनी का यह बयान मेनका गांधी के मुसलमानों द्वारा उन्हें वोट देने या ना दें वाले बयान के बाद आया है।  


आपको हर किसी की मदद करनी होगी


हेमा मालिनी ने कहा कि,ट्रिपल तालक मुद्दे पर कई अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाएं हमारा समर्थन करती हैं,लेकिन अगर वे नहीं भी करती हैं तो भी आपको हर किसी की मदद करनी होगी। किसने हमे वोट दिया और किसने नहीं,इस तरह की फीलिंग मुझमे नहीं हैं। हर कोई अलग है।


ज्ञातव्य हो,मेनका गांधी ने सुलतानपुर में कहा था कि अगर मैं मुसलमानों के समर्थन के बिना जीतती हूं और उसके बाद वो किसी काम को लेकर आते हैं तो मेरा रवैया भी वैसा ही होगा। मैं जीत रही हूं इसमें कोई दो राय नहीं है, लेकिन मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी तो अच्छा नहीं लगेगा। अगर इस बार भी मैं चुनाव जीत जाऊंगी तो आपको मेरी जरूरत पड़ेगी। चुनाव के बाद मुझे पता चलेगा कि आपकी तरफ से मुझे सौ वोट या दो सौ वोट ही दिए तो जब आप काम के लिए मेरे पास आएंगे तो मेरा रवैया भी वैसा ही होगा।


मेनका से तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा


मेनका गांधी के इस बयान के बाद मचे सियासी भूचाल के बाद उनके इस बयान की आलोचना होने लगी। उनके इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने सख्ती दिखते हुए जिले के चुनाव अधिकारियों ने मेनका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उत्तर प्रदेश चुनाव कार्यालय के नोटिस पर मेनका से तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। हालांकि केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का कहना है कि उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।