लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हैदराबाद में महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार के बाद निर्मम हत्या के आरोपियों के एनकाउण्टर पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि आखिर कानून से भागने वाले.........इंसाफ से कितनी दूर भागते। उन्होंने इस पर संतोष जताया कि किसी को इससे न्याय तो मिला लेकिन वास्तविक भरोसा तब होगा जब ऐसी कारगर निवारक सुरक्षा व्यवस्था एवं प्रतिरक्षक सामाजिक वातावरण बने कि ऐसे जघन्य अपराध कभी भी किसी बहन-बेटी के साथ घटित ही न हों।
अफसोस की बात है कि जंगलराज का शिकार उत्तर प्रदेश की बेटियां लगातार अराजकता, अपराध की शिकार बन रही हैं। प्रदेश का कोई जिला, कोई कस्बा या गांव महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रह गया है। पुलिस का रवैया बहुत असंवेदनशील है। मेरठ में आज छेड़छाड़ से परेशान दबंगों पर कार्यवाही न होने से क्षुब्ध युवती ने एस.एस.पी. आफिस के सामने आत्मदाह की कोशिश की। महिला ने इच्छामृत्यु की मांग की है।
जंगलराज की जननी भाजपा ने समूचे उत्तर प्रदेश को कुशासन के धक्के से पीछे ढकेला है। समाजवादी सरकार ने यूपी डायल 100 नम्बर तथा 1090 वूमेन पावर लाइन के द्वारा महिलाओं के प्रति अपराध नियंत्रण की जो व्यवस्थाएं की थी, भाजपा सरकार ने उन्हें बर्बाद कर दिया है। प्रदेश की जनता यह जानने की हकदार है कि प्रदेश में बदहाल, कानून व्यवस्था से निपटने के लिए क्या उपाय क्यों नहीं किए गए। उन्होंने कहा, जो सरकार प्रदेश में शान्ति व्यवस्था कायम नहीं रख सकती उसको सत्ता में रहने का क्या हक है!