बाबागंज/बहराइच। दैनिक अखबार के पत्रकार राजकुमार शर्मा के विरुद्ध इन्हीं के गांव के रामचंदर पाठक व उनके दो पुत्रों दिनेश व जयप्रकाश पाठक ने 14 अक्टूबर को छिट पुट विवाद के कारण गांव के बाहर बाइक से बाबागंज जाते समय जान लेवा हमला किया। उसी दिन खून से लतपत घायल राजकुमार शर्मा ने थाने में प्राथना पत्र दिया।
प्रभारी निरीक्षक मनीष कुमार पांडेय ने त्योहार का बहाना कर टालते रहे। पंद्रह दिनों तक लगातार पैरवी के बावजूद उनकी प्राथमिकी दर्ज नही की गई। इस बीच उत्तर प्रदेश जनर्लिस्ट ऐसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मण्डल वरिष्ट पत्रकार जयदिश श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा अरुण चंद से 31अक्टूबर को मिला। उन्होंने प्रभारी निरीक्षक रुपईडीहा को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।
इन सबके बावजूद पत्रकार राजकुमार शर्मा पर दबाव बनाने के लिए प्रभारी निरीक्षक ने हमलावर दिनेश की विवाहित 35 वर्षीया बहन तीन बच्चो की मां सुशीला को नेपालगंज से बुला कर छेड़खानी का प्रथनापत्र राजकुमार शर्मा के विरुद्ध डलवा दिया।
बतौर राजकुमार प्रभारी निरीक्षक से मिलने गए थे, तभी उनके सामने ही हमलावरों की बहन सुशीला प्रथनापत्र देकर गयी थी। उस समय भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश कुमार अमलानी, पत्रकार रईश अहमद व संजय वर्मा भी मौजूद थे। प्रभारी निरीक्षक मनीष कुमार पाण्डेय ने कहा कि आपके विरुद्ध प्राथना पत्र आ गया है,अब आप क्या करोगे! आप प्रार्थना पत्र बदल दीजिये, मैं 151 में आरोपियों का चालान कर दूँगा। अन्यथा आप पर भी कार्यवाही हो सकती है। इस पर पत्रकार राजकुमार शर्मा उल्टे पांव वापस लौट आए। उपजा का एक प्रतिनिधिमंडल एसपी बहराइच से मिलकर उन्हें पूरे प्रकरण की जानकारी देगा।