बताते हैं कि रविवार का दिन हैं होने की वजह से कर्मचारियों की छुट्टी पर थे। ठेकेदार के कर्मचारियो के द्वारा डिब्बे के ढांचे बनाने का कार्य सेल शाप में चल रहा था। वेल्डिंग मसीन से निकली चिंगारी की वजह से फैक्ट्री में आग लग गयी। धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते सेल असेम्बली एसआईएस लाइन में पांच मिग वेल्डिंग मसीनें जलकर राख हो गयी।
अग्निकांड की घटना से कई लाख रूपये का नुकसान हुआ है। वहीं अग्निकांड की घटना से डिब्बा निर्माण के कार्य में भी अवरोध उत्पन्न हो गया है। उल्लेखनीय है कि रेलकोच कारखाने की सेल शाप में डिब्बे का ढांचा तैयार होता है। वहां पर स्टील की चादर रखकर वेल्डिंग मसीन से काटकर छत, साइड वाल आदि बनाने का कार्य किया जाता है।
रविवार को प्राइवेट कर्मचारी काम कर रहे थे। अनुभवहीनता के चलते अग्निकांड की घटना हो गयी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आउट सोर्सेज के चलते ही रेलकोच में आये दिन कोई न कोई घटना होती रहती है, जिससे कोच कारखाने को नुकसान होता रहता है। अग्निकांड की घटना का जायजा लेने सेल शाप के डिप्टी सीएमई शिव कुमार भी पहुंचे। उन्होने घटना का बारीकी से निरीक्षण किया। रेलकोच प्रबंधन अग्निकांड की घटना को पूरी तरह दबाने की फिराक में है। वैसे रेलकोच कारखाने में अग्निकांड की घटनायें आम बात है। पूर्व में भी अग्निकांड की घटनायें होती रही हैं,लेकिन जिम्मेदार इस तरह की घटनाओ पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं जिसके चलते सरकार को लाखों-करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा