PHC बछगांव में अक्सर लगा रहता है ताला, मरीज अन्यत्र कहीं उपचार करवाने के लिए मजबूर


फ़िरोजाबाद। प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार जहां एक तरफ जतना को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिए जाने की बात कह रही हैं। वहीं उसके विपरीत जनपद केे नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बछगांव में स्वास्थ्य सेवाओं की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इतना ही नहीं जिले की बेपटरी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जिम्मेदार कितना गम्भीर हैं यह आपको इस खबर को पढ़ने के बाद ही पता लग जायेगा।


जानकारी के मुताबिक सिंहपुर निवासी राजेश आज सुबह करीब 10:30 बजे अपनी गर्भवती पत्नी हिरदेश देवी को दर्द होने पर डिलीवरी करवाने के लिए PHC बछगांव लेकर गए थे। लेकिन वहां काफी देर इतंजार करने के बाव भी जब डॉक्टर व अन्य स्टाफ नहीं पहुंचा तो मजबूरी में राजेश को उपचार के लिए पत्नी को निजी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।



वहीं दूसरी घटना दिनेश सिंह पुत्र डोरीलाल निवासी हिम्मतपुर के साथ घटी। वो बीमार होने पर अपना उपचार करवाने पीएचसी पहुंचा था, लेकिन डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ नहीं होने की वजह से उसे वापस लौटना पड़ा। कुछ ऐसा ही मेहराज खान निवासी ग्राम डोरी के साथ भी हुआ। हद तो तब हो गई जब उक्त सभी के परिजनों ने 102 नंबर से लेकर सीएमओ और डीएम को फोन कर इसकी जानकारी दी, तो जिम्मेदारों ने कार्यवाई करने के बजाए उन्हें मरीज को कहीं और लेजाकर या फिरोजाबाद जाने की सलाह दी। इस संबंध में और अधिक जानकारी करने पर लोगों ने बताया कि यहांं PHC में अक्सर यही हाल रहता है। यहां तैनात डॉक्टर व अन्य स्टाफ समय से नहीं आता है जिसके चलते कमरों में ताला लगा रहता है और मजबूरी में मरीजों को निजी अस्पताल या जिला अस्पताल जाना पड़ता है। कई बार इसकी शिकायत किए जाने के बाद भी जिम्मेदारों पर कोई कार्यवाई नहीं किया जाना दर्शाता है कि जनपद की बेपटरी स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने में जिले के मुखिया और विभागीय अधिकारी कितने गम्भीर हैं।



रिपोर्ट-फरमान 'बबलू'