मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के गांव पूरे उपरहितन का है। जहां रहने वाली गीता देवी अपने बच्चो के साथ गांव में रहती है, उसका पति शहर में मजदूरी करता है। इस महिला के घर के पीछे की जमीन पर गांव के ही एक व्यक्ति की निगाह थी। उसने पुलिस और लेखपाल से साठ गांठ की तो लेखपाल और क्षेत्र के एक दारोगा ने मिलकर बड़ा कारनामा कर डाला।
आबादी की जमीन जिसका कोई स्वामित्व अभिलेख नहीं होता है, उस जमीन की नाप कर दी गई। यही नहीं दारोगा ने सरेआम दूसरे पक्ष को जमीन पर कब्जा करने का फरमान भी सुना दिया। बुधवार को उस जमीन पर निर्माण शुरू हुआ तो गांव में तनाव पैदा हो गया। मौके पर पहुंची यूपी 100 पुलिस ने जब मामला देखा तो उसने भी अपने हांथ खड़े कर दिए। खास बात यह रही कि यूपी 100 ने निर्माण को रोकने का प्रयास किया तो दूसरे पक्ष ने काम बंद करने से मना कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख यूपी 100 ने उभय पक्षो को कोतवाली बुलाया है।
तहसीलदार शलिनी सिंह तोमर कह रही है कि लेखपाल आबादी की भूमि की पैमाइस नहीं कर सकता है। शांति व्यवस्था के लिए वह मौके पर गया होगा। इस मामले की जांच करके कार्यवाही की जाएगी। उधर सीओ विनीत सिंह ने बताया कि जमीनी विवाद में पुलिस किसी एक पक्ष को निर्माण के लिए तब तक नहीं कह सकती है जब तक उसमें किसी न्यायालय का स्पष्ट आदेश न हो। दारोगा की भूमिका की जांच करके कार्यवाई की जाएगी।
रिपोर्ट-दुर्गेश/रत्नेश