- जांच में दोषी पाये जाने वालो के खिलाफ होगी कार्यवाही
रायबरेली। एनएच 232 बांदा रायबरेली मार्ग पर लालगंज बाई पास में बने रेलवे ब्रिज के तीन पिलर में आयी दरार का निरीक्षण करने पहुंचे उप मंडल रेल प्रबंधक काजी मिराज ने उपरिउपस्कर निरीक्षण यान की लिफ्ट के जरिये पुल का भौतिक निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान रेल अधिकारी ने बताया कि रेलवे ब्रिज को एनएच एआई के द्वारा बनाया गया है। रेलवे लाइन के ऊपर के तीन वर्टिकल कालम पिलर ने दरारे आ गयी है। सुरक्षा की दृष्टि से भौतिक निरीक्षण किया जा रहा है। मामले का गहराई से अध्ययन चालू है। पिलर किस कारणो से क्रेक हुये है इसकी सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। लम्बे समय तक किस तरह रेलवे पुल को सुरक्षित रखा जाये इस बाबत उपाये किये जा रहे है। अगर मामले में कोई भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
पुल में आयी खराबी के चलते जहां सडक मार्ग का आवागमन रोका गया है वहीं पुल के नीचे से गुजरने वाली रेल गाडियो को भी 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ही निकाला जा रहा है ताकि रेल सुरक्षा को क्षति न पहुंचे। वहीं रेलवे ब्रिज निर्माण के समय परियोजना निदेशक रहे सीएन द्विवेदी ने पत्रकारो के सवालों का कोई उत्तर नही दिया,केवल देख रहे है कहकर मामले को टरका दिया।
उल्लेखनीय है कि करीब ढाई करोड की लगात से बने रेलवे पुल का लोकार्पण पांच माह पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा रेलकोच मे रैली करने के दौरान किया गया था। भ्रष्टाचार के चलते पांच माह के अन्दर ही पुल सहित सडक ध्वस्त हो गयी है। एनएच एआई के अधिकारियो के द्वारा बांदा रायबरेली मार्ग के निर्माण मे भारी घपला किये जाने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। इसके पूर्व उपमंडल रेल प्रबंधक ने लालगंज रेलवे स्टेशन के पैनल कक्ष का भी निरीक्षण किया। सहायक स्टेशन मास्टर मुस्तकीम खान को पैनल कक्ष को चुस्त दुरूस्त रखने का भी निर्देश दिया। लोगों ने लालगंज रेलवे स्टेशन में व्याप्त अव्यवस्थाओं के बाबत भी रेल अधिकारी को अवगत कराया।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा